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उ. जावंति चेइयाइं सूत्र का गौण नाम चैत्यवंदन सूत्र है । प्र.780 जावंति चेइयाइं सूत्र को चैत्यवंदन सूत्र नाम क्यों दिया ? उ. इस सूत्र में तीनों लोक के जिन चैत्यों (प्रतिमा) को वदंना की गई है,
इसलिए चैत्यवंदन सूत्र नाम दिया । प्र.781 मुनिवंदन सूत्र किसका गौण नाम है और क्यों ? उ. मुनिवंदन सूत्र जावंत केवि साहू सूत्र का गौण नाम है, क्योंकि इस सूत्र
में ढाई द्वीप में स्थित समस्त साधु भगवन्तों को वंदना की गई है। प्र.782 जय वीयराय सूत्र का गौण नाम क्या है ? उ. जय वीयराय सूत्र का गौणनाम 'प्रणिधान (प्रार्थना) सूत्र'है । प्र.783 इस सूत्र को प्रार्थना सूत्र नाम क्यों दिया ? उ. क्योंकि इस सूत्र में परमात्मा से प्रार्थना (याचना) की गई है। प्र.784 प्रणिधान त्रिक में लघु, गुरू व सर्वाक्षर कितने है ? उ. प्रणिधान त्रिक में 140 लघु अक्षर,12 गुरू अक्षर व 152 सर्वाक्षर है। प्र.785 जावंति चेइयाइं सूत्र में लघु, गुरू व सर्वाक्षर कितने है ? उ. जावंति चेइयाइं सूत्र में 32 लघु, 3 गुरू और 35 सर्वाक्षर है । प्र.786 जावंत केवि साहू सूत्र में लघु,गुरू व सर्वाक्षरों की संख्या
कितनी है? उ... ' इस सूत्र में 37 लघु अक्षर, 1 गुरू अक्षर व 38 सर्वाक्षर है। प्र.787. जय वीयराय सूत्र में कितने लघु, गुरू व सर्वाक्षर है ? उ. जय वीयराय सूत्र में 71 लघु अक्षर, 8 गुरू अक्षर और 79 सर्वाक्षर
प्र.788 अक्षरों की गणना में स्तुति और स्तोत्रादि अक्षरों की गणना क्यों
नही की गई ?
चैत्यवंदन भाष्य प्रश्नोत्तरी
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