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उन्नीसवा आगार द्वार . प्र.1157 'आगार' शब्द का व्युत्पतिलभ्य अर्थ बताइये । उ. 'आक्रियन्ते आगृह्यन्ते इत्याकारः आगार' अर्थात् जो अच्छी तरह से
किया जाए, अच्छी तरह से ग्रहण किया जाए, उसे आगार कहते है । प्र.1158 आगार से क्या तात्पर्य है ? 3.2 कायोत्सर्ग में गृहित अपवाद अर्थात् व्रत, नियम, कायोत्सर्ग आदि करने
से पूर्व जो छुट रखी जाती है, वह आगार है। . प्र.1159 कायोत्सर्ग के कितने आगार ह ? उ.3 सोलह आगार हैं। प्र.1160 कौन-कौनसे आगार स्थान विशेष (नियत स्थान) से सम्बन्धित
उ. निम्नोक्त बारह आगार
- 1. ऊससिएणं (श्वास लेना) 2. नीससिएणं (श्वास छोडना) 3.खासिएणं (खासी आना) 4. छीएणं (छींक आना) 5. जंभाइएणं (जम्बाई/उबासी) 6. उड्डुएणं (डकार आना) 7. वाय-निसग्गेणं (अपानवायु सरना)
8. भमलिए (चक्कर आना) 9. पित्त-मुच्छाए (पित्त विकार के कारण ___मूर्छा आना) 10. सुहुमेहिं अंग संचालेहिं (सुक्ष्म अंग संचार)
11. सुहुमेहिं खेल संचालेहिं (शरीर में कफ संचार) 12. सुहुमेहिं दिट्ठि
संचालेहिं (सुक्ष्म. दृष्टि संचार)। प्र.1161 'एवमाइएहिं' से क्या तात्पर्य है ? .उ. उपरोक्त कथित बारह आगारों के अतिरिक्त अग्नि स्पर्श, पंचेन्द्रिय छेदन,
चैत्यवंदन भाष्य प्रश्नोत्तरी
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