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2. उदात्त
3. उपचार परीत
4. मेघ गंभीर
5. प्रतिनाद युक्त
उच्च स्पष्ट आवाज ।
शिष्टाचार एवं उदार शब्द युक्त भाषा ।
मेघ गर्जना के समान गंभीर घोष ।
गुहा में प्रतिध्वनित घंटनाद के सदृश
प्रतिनादयुक्त ।
6. दाक्षिण्य
बोलने व समझने में अत्यन्त सरल ।
7. मालकोश रागयुक्त - अति मधुर मालकोश राग; घट के रणकार
सम गंधर्व गीत या देवांगना के कोमल कंठगीत की अपेक्षा कई गुणी संगीतमय मधुर ।
वचनों के महा- गम्भीर और विशाल अर्थ । पूर्वापर विरोध रहित, वस्तुतत्त्व का सुंदर प्रतिपादन करने वाली ।
महापुरुषों एवं सिद्धान्तानुसार पदार्थों को कहने वाली भाषा ।
संदेह रहित व निश्चित बोध कराने वाली
भाषा ।
परमात्मा के एक भी वचन के प्रति कोई प्रश्नोत्तर या दूषण उत्पन्न न हो ।
ऐसे वचनों का प्रयोग करना जिससे श्रोताओं
का मन आकृष्ट हो जाये और कठिन विषय
8. महार्थ युक्त
9. अव्याघात
10. शिष्ट
11. असंदेह
12. अन्योत्तर रहित
13. हृदयंगम
चैत्यवंदन भाष्य प्रश्नोत्तरी
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