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उ.
के नाम बताइये ? आदि पद क्रमशः इच्छा (इच्छामि), गम (गमणागमणे), पाण (पाणक्कमणे),
ओसा, जे मे जीवा, एगिदि (एगिंदिया), अभि (अभिहया),तस्स
(तस्स मिच्छामि दुक्कडं) है। प्र.830 धर्म संग्रहानुसार इरियावहिया की प्रत्येक संपदा में कुल कितने पद
है, संख्या बताइये ? उ. आठ सम्पदा में क्रमशः चार, एक,तीन,सात,एक,पांच,दस व एक पद है। प्र.831 प्रवचन सारोद्धार व श्राद्ध प्रतिक्रमण सूत्र वृति (वन्दारुवृति) के
अनुसार इरियावहिया की आद्य चार संपदा के आदि पद, अंतिम पद और संपदा में कुल पद संख्या बताइये ?
क्रमांक
संपदा का संपदा का संपदा में
आदि पद अंतिम पद कुल पद इच्छा.(इच्छामि) विराहणाए गम. (गमणागमणे) पाणः(पाणक्कमणे) हरियक्कमणे 3 ओसा
संकमणे इरियावहिया सूत्र की शेष चार संपदा के आदि पद 'चैत्यवंदन भाष्य' के आदि पद के समान है। पद गणना में तस्स उतरी सूत्र को सम्मिलित किया
प्र.832. 'अभ्युपगम' संपदा से क्या तात्पर्य है और प्रथम संपदा को
अभ्युपगम संपदा क्यों कहा गया ?
+++++++++++++++++++++++++++ चैत्यवंदन भाष्य प्रश्नोत्तरी
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