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प्र.939 पांचवें अधिकार में कौनसी स्तुति बोली जाती है ? उ. सर्व तीर्थंकर परमात्मा की साधारण स्तुति, जिसे ध्रुव स्तुति कहते है, वह
बोली जाती है। प्र.940 छट्ठा अधिकार किस सूत्र से सम्बन्धित है ? उ. श्रुतस्तव (पुक्खरवरदी) सूत्र से सम्बन्धित है ।. प्र.941. छठे अधिकार में किसको वंदना की गई है ? .. उ. छठे अधिकार में 'पुक्खरवरदी.... नमंसामि' में ढाईद्वीप में श्रुत धर्म
की आदि करने वाले भाव जिनेश्वर परमात्मा की स्तवना की गई है। प्र.942 वर्तमान काल के कितने भाव जिन को छठे अधिकार में वंदना की
गई है ? उ. 20 विहरमान परमात्मा, जो महाविदेह में विचरण कर रहे है, उनको वंदना
की गई है। प्र.943 ढाई द्वीप में भरत व ऐरावत क्षेत्र भी आते है, फिर छठे अधिकार
में महाविदेह क्षेत्र के वर्तमान कालिक 20 विहरमान परमात्मा को ही
वंदना की गई है, अन्य क्षेत्रों के परमात्मा को क्यों नहीं ? उ. छठे अधिकार में 'भाव जिन' को वंदना की गई है। भरत व ऐरावत क्षेत्र
में वर्तमान काल में साक्षात् कोई भी तीर्थंकर परमात्मा (भाव जिन) विचरण नही कर रहे हैं, मात्र महाविदेह क्षेत्र में ही वर्तमान में विचरण कर रहे है। वे ही अष्टप्रातिहार्यादि युक्त तीर्थंकर की अतुल सम्पदा को भोग रहे हैं।
इसलिए छटे अधिकार में 20 विहरमान भाव जिन को वंदना की गई हैं। ++++++++++++++++++++++++++++++++++++++++++
बारहवाँ अधिकार द्वार
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