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ज्ञाताधर्मकांग सूत्र (भाग : २)
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TASHAIR
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चित्र परिचय THE ILLUSTRATIONS EXPLAINED
नन्दन मणिकार द्वारा पुष्करिणी निर्माण चित्र : ११
१. राजगृह निवासी नन्दन मणिकार के मन में एक बार एक सुन्दर पुष्करिणी (बावड़ी) बनाने का संकल्प उठा। विविध प्रकार के उपहार लेकर नन्दन राजा श्रेणिक की सभा में उपस्थित हुआ और कहा-"महाराज ! मुझे नगर में एक सुन्दर पुष्करिणी बनाने की अनुमति प्रदान करें।"
२. राजा की अनुमति मिलने पर नन्दन ने एक अतीव विशाल समचतुष्कोण पुष्करिणी बनवाई। पुष्करिणी के चारों कोनों पर चार सुन्दर वनखण्ड बनवाये। जैसे-पूर्व दिशा के वनखण्ड में चित्रसभा, दक्षिण दिशा के वनखण्ड में विशाल भोजनशाला, पश्चिम दिशा में चिकित्साशाला और उत्तर दिशा में अलंकारशाला। सैकड़ों, हजारों नागरिक व यात्री वहाँ आकर ठहरते थे।
(तेरहवाँ अध्ययन)
THE CONSTRUCTION OF A POOL BY NAND MANIKAR
ILLUSTRATION: II ___ 1. A rich merchant named Nand Maniyar lived in Rajagriha. One day he desired to construct a beautiful and attractive pool. He went with rich gifts and sought permission from King Shrenik, “Sire! Please grant me permission to construct a beautiful pool outside the town.”
2. After getting permission from the king Nand got a beautiful square pond constructed. On the four sides of this pond he also created four gardens with facilities: an art gallery in the east, a restaurant in the south, a hospital in the west, and a beauty parlour in the north, Thousands of citizens and travellers came and enjoyed all facilities.
(CHAPTER - 13)
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JNATA DHARMA KATHANGA SUTRA (PART-2)
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