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UUUUUUUUUUUUUUUDD PP सोलहवाँ अध्ययन : अमरकंका
( २२३ ) Sl 5 सूत्र १२४ : तए णं वासुदेवपामोक्खा पत्तेयं २ जाव जेणएव हथिणाउरे नयरे तेणेव ड़ा र पहारेत्थ गमणाए।
सूत्र १२४ : वासुदेव आदि सभी राजा अलग-अलग हस्तिनापुर नगर जाने को तैयार हो गये। SI __124. Krishna Vasudev and all the other kings agreed to come to cal Hastinapur. ___ सूत्र १२५ : तए णं पंडुराया कोडुंबियपुरिसे सद्दावेइ, सदावित्ता एवं वयासी-'गच्छह णं टा 5 तुब्भे देवाणुप्पिया ! हत्थिणाउरे पंचण्ह पंडवाणं पंच पासायवडिंसए कारेह, अब्भुग्गयमूसियं डा वण्णओ जाव पडिरूवे। तए णं ते कोडुबियपुरिसा पडिसुणेति जाव करावेंति।
सूत्र १२५ : राजा पाण्डु ने अपने कौटुम्बिक पुरुषों-सेवकों को बुलाकर आदेश दिया-डा र “देवानुप्रियो ! तुम हस्तिनापुर जाओ और पाँचों पाण्डवों के लिए पाँच श्रेष्ठ भवन बनवाओ जो दी 15 सात तल्ले ऊँचे हों और अत्यन्त मनोहर हों।" सेवकों ने राजा की आज्ञा विनयपूर्वक स्वीकार की डा र और जाकर उसी प्रकार भवन बनवाए। 5 125. King Pandu called his servants and said, “Beloved of gods! Proceed to 5 Hastinapur and get five houses constructed for the five Pandavs. These si
houses should be exquisite and beautiful and having seven storeys each.” They
servants humbly accepted the order, went to Hastinapur, and got the houses 15 constructed. र हस्तिनापुर में समारोह र सूत्र १२६ : तए णं से पंडुए पंचहिं पंडवेहिं दोवईए देवीए सद्धिं हय-गय-संपरिबुडे टा 5 कंपिल्लपुराओ पडिणिक्खमइ, पडिणिक्खमित्ता जेणेव हत्थिणाउरे तेणेव उवागए। र सूत्र १२६ : राजा पाण्डु पाँचों पाण्डवों और द्रौपदी को साथ ले हाथी-घोड़े आदि अपनी सेना 2 15 सहित कांपिल्यपुर से रवाना हो हस्तिनापुर पहुंचे। 5 RECEPTION IN HASTINAPUR 2 126. King Pandu left Kampilyapur and came to Hastinapur with five र Pandavs, Draupadi, and his army.
सूत्र १२७ : तए णं से पंडुराया तेसिं वासुदेवपामोक्खाणं आगमणं जाणित्ता कोडुंबियपुरिसे भी ए सद्दावेइ, सद्दावित्ता एवं व्रयासी-'गच्छह णं तुब्भे देवाणुप्पिया ! हत्थिणाउरस्स नयरस्स बहिया दी र वासुदेवपामोक्खाणं बहूणं रायसहस्साणं आवासे कारेह अणेगखंभसयसण्णिविटुं' तहेव जावडा र पच्चप्पिणंति। C CHAPTER-16 : AMARKANKA
(223) र
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