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अनुक्रमणिका।
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पृष्टांक.
__७३०
७३७
बिषय
पृष्टांक | विषय दंतोद्भेद को रोगों का हेतुत्व
तृतीयोऽध्यायः । दंतोद्भव में पीड़ा पर दृष्टांत , बारह प्रकार के ग्रह दोषानुसार प्रयोग
ग्रहों के नाम खालक की चिकित्सा
ग्रहों द्वारा ग्रहणी के लक्षण बालकों को मृदु बचन
प्रहों का सामन्य रूप स्तन्य तृप्तको बभन
स्कदं गृहीत के लक्षण पेया पान वाले को बमन
विशाखा गृहीत के लक्षण विरेचन साध्य में कर्त्तव्य
मेष गहीत के लक्षण स्तन्य दोष नाशक लेह
पूर्वग्रह गहीत के लक्षण दंतपाली का प्रतिसारण
पित्त ग्रह गहीत के लक्षण लावादि चूर्ण
शकु निग्रह के लक्षण दांतो के निकलने में घी
पूतनाग्रह के लक्षण रजन्यादि चूर्ण का लेह
शीत पूतना के लक्षण अन्य प्रयोग
अंध पूतना के क्षलण दंतोद्भव में अति यंत्रणा का निषेध ७३२
मुखमंडिता के लक्षण बालक को अरोचकादि
रेवती के लक्षण उक्तअवस्था में उपाय
शुष्क रेवती के लक्षण अन्य प्रयोग
ग्रहों के असाध्य लक्षण अन्य प्रयोग
शुष्करेवती द्वारा वध अन्य घृत
प्रहग्रहण के लक्षण
हिंसात्मक ग्रह के लक्षण अन्य घृत
रतिकामी ग्रहोंके लक्षण अन्य प्रयोग अभ्यंजन के लिये तैल
अर्चाकामी ग्रहों के लक्षण बालक की खांसी आदि में लेह
उक्त रोगों की चिकित्सा लाक्षादि तेल
धूपन विधि
। अन्य धूप अन्य अवलेह अन्य घी
दशांग धूप
अन्य धूपं दांत वाले बालक की चिकित्सा
अन्य प्रयोग तालुकंटक
अन्य घृत उक्त रोग में उपाय
अन्य घत अन्य औषध
अन्य धूप तान्नु कंटक की दवा
भूत विद्याके द्रव्य' वमनादिक रोग
स्नानार्थ जल उक्त रोग कर्त्तव्य
७३५ बाल रोग में उपचार विधि घ्रण लेपन
चतुर्थो ऽध्यायः । भन्य लेह
" भूतग्रह के लक्षण अन्य प्रयोग
। भूत ग्रह के भेद
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