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- चन्द्र से सूर्य का एवं सूर्य से चन्द्र का अन्तर पचास हजार योजन का होता है। एक सूर्य दूसरे सूर्य का और एक चन्द्र से दूसरे चन्द्र का अन्तर मानुष्योत्तर पर्वत के बाहर एक लाख योजन का होता है । इस प्रकार सूर्य से अन्तरित चन्द्र और चन्द्र से अन्तरित सूर्य रहते हैं । यह कैसे घटित होता है ? इसमें कोई युक्ति नहीं चरितार्थ होती। इसी प्रकार उनकी अवस्थिति अर्थात् रहने की मर्यादा भी जानना आवश्यक है, जिससे उपर्युक्त रूप में कहा गया अन्तर स्पष्ट घटित हो सके ।
समाधान :- मनुष्य क्षेत्र के बाहर चन्द्र और सूर्य किस प्रकार रहते हैं ? यह बात चन्द्र प्रज्ञप्ति आदि में नहीं कही गई है। इनमें तो केवल अन्तर मात्र बताया गया है । अतः इस पर से यह निश्चय नहीं किया जा सकता । संग्रहणी वृत्ति आदि में भी इसी प्रकार कहा गया है एवं लोक प्रकाशकार ने भी यही कहा है : जैसे
अनन्तर नर क्षेत्रात सूर्य चन्द्राः कथं स्थिताः । नोपलभ्यते ॥२२॥
तदागमेषु गदितं साम्प्रतं
केवलं चन्द्र सूर्याणां यत् प्राक्कथितमन्तरं । तदेव साम्प्रतं चन्द्रप्रज्ञप्त्यादिषु दृश्यते ||२३||
एषां
चन्द्रप्रज्ञप्त्याद्यनुसारतः ।
सम्भाव्यते सूची श्रेया स्थितिर्नैव श्रेण्या परिरयाख्यया ||२४||
- मनुष्य क्षेत्र के बाहर चन्द्र सूर्य किस प्रकार रहते हैं, यह आगमों में कहा हुआ उपलब्ध नहीं होता । केवल चन्द्र
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