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मेवाड़ के जैन तीर्थ भाग 2
बाहर1. श्री माणिभद्र की श्वेत पाषाण की 11" ऊँची प्रतिमा है। इस पर कोई लेख
नहीं है। जिन मंदिर (गम्भारा) के बाहर ऊपर श्री गणेश की मूर्ति है।
पुजारी द्वारा नियमित पूजा होती है। मंदिर की 2 बीघा जमीन है। वार्षिक ध्वजा भादवा सुदि 5 को अनियमित चढ़ाई जाती है। पोष वदि 10 को चढ़ाने का प्रस्ताव विचाराधीन है। इस मंदिर की देखरेख समाज की ओर से श्री डूंगरवाल व श्री अमृतलाल जी चोपड़ा करते हैं। बाहर शिलालेख में संवत् 1991 का सन्दर्भ है। पूर्व में जिर्णोद्धार सं. 2055 (ई. 1998) में समपन्न हुआ।
सम्पर्कसूत्रफोन : 01472-280666
'आग्रह' 'अहंकार' का फोटो
है। सामनेवाले में कितना अहंकार है, यह उसके आग्रह द्वारा जाना जा सकता है।
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