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मेवाड़ के जैन तीर्थ भाग 2
उत्थापितचल प्रतिमाएँ व यंत्र धातु की:
श्री शांतिनाथ भगवान की 8' ऊँची पंचतीर्थी प्रतिमा है। इस पर संवत् 2035 वै0 सुदि 3 का लेख है। श्री सिद्धचक्र यंत्र गोलाकार 4.5" का है। श्री अष्टामंगल यंत्र 5"x 3" के आकार का है। कोई लेख नहीं है। श्री आदिनाथ भगवान की श्याम पाषाण की 7" ऊँची प्रतिमा है। इस पर कोई लेख नहीं है। वेदी की दीवार के बीच प्रासाद देवी की श्वेत पाषाण की 6" ऊँची प्रतिमा'
है। इस पर संवत् 2040 का लेख है। बाहर सभामण्डप में: 1. श्री माणिभद्र की श्वेत पाषाण की 15" ऊँची प्रतिमा है। इस पर संवत्
2040 ज्येष्ठ वदि 5 का लेख है। 2. श्री अधिष्ठायक देव की 8" ऊँची प्रतीक मूर्ति है।
मंदिर की देखरेख सुव्यवस्थित नहीं है। कोई मूर्तिपूजक परिवार नहीं रहता है, गाँव के सदस्य सहयोग करते है। पानी टपकता है, जीर्णोद्धार की आवश्यकता है।
वार्षिकध्वजाज्येष्ठ वदि5 को चढ़ाई जाती है। समाज की ओर से देखरेख श्रीफतहलालपारसमलजीकरते हैं। सम्पर्कसूत्र-01470-243372
अपनी भूलों को देखे, वह 'परमात्मा' बन
सकता है।
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