________________
मेवाड़ के जैन तीर्थ भाग 2
उत्थापित चल प्रतिमाएंव यंत्र धातु की: 1. श्री शांतिनाथ भगवान की 12" ऊंची चतुर्विशंति प्रतिमा है। इस पर सं.
2003 वै. शु. 13 का लेख है। 2. श्री शांतिनाथ भगवान की 5" ऊंची प्रतिमा है। इस पर सं. 2045 वै. शु. 3
का लेख है। 3. श्री पार्श्वनाथ भगवान की 6" ऊंची प्रतिमा है। (यह मन्दसोर से प्राप्त) 4. श्री सिद्धचक्र यंत्र गोलाकार 6” का है। इस पर वै. शु. 3 पढ़ा जाता है। 5. श्री महावीर भगवान का रेखांकित पट्ट 3" ऊँचा है।
6. श्री अष्टमंगल यंत्र 5"X2.5" का है। इस पर सं. 2003 वै. शु. 3 का लेख है। निज मंदिर के बाहर : (आलिओं में) ___ 1. श्री मातंग यक्ष की श्वेत पाषाण की 13" ऊंची प्रतिमा है।
2. श्री सिद्धायिका देवी की श्वेत पाषाण की 11" ऊंची प्रतिमा है। सभामण्डप में: ___ 1. श्री पद्मावती देवी की श्वेत पाषाण की 11" ऊंची प्रतिमा हैं
2. श्री माणिभद्र की श्वेत पाषाण की 13" ऊंची प्रतिमा है। बाहर : (मंदिर के प्रवेश द्वार के पूर्व) 1. श्री नाकोड़ा भैरव की पीत पाषाण की 13" ऊंची प्रतिमा है।
मंदिर का उपाश्रय बना हुआ है। वार्षिकध्वजापोष सुदि 15 को चढ़ाई जाती है। इस मंदिर की देखरेख समाज की ओर से श्री रोशनलाल जी सेठिया द्वारा की जातीहै। सम्पर्कसूत्रःफोन : 01479-261254, 9680197319
lain Education International
For P
r ivate Use Only
www.jainelibrary.org
(269) TRUE ON