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मेवाड़ के जैन तीर्था भाग 2
निज मंदिर के बाह आलिओं में: 1. श्री माणिभद्र यक्ष की श्वेत पाषाण की 13" ऊंची प्रतिमा है। इस पर सं.
2011 का लेख है। 2. श्री पद्मावती देवी की श्वेत पाषाण की 13" ऊंची प्रतिमा है। इस पर संवत्
2014 का लेख है। 3. श्री महालक्ष्मी की श्वेत पाषाण की 15" ऊंची प्रतिमा है।
4. श्री सरस्वती देवी की श्वेत पाषाण की 21" ऊंची प्रतिमा है। दूसरी दिशा में ऊपर: 1. श्री अजितनाथ भगवान की पीत पाषाण की 19" ऊंची प्रतिमा है। इस पर
सं. 2018 वै. कृ. 7 का लेख है। सभामण्डपमें:
अष्टापद, पालीताणा, सम्मेतशिखरजी, पावापुरी, श्री सिद्धचक्र यंत्र, श्री नन्दीश्वर द्वीप तीर्थ के पट्ट बने हुए है। मंदिर का आराधना भवन, आयाबिलशाला, पाठशाला, सभाभवन बना हुआ
है।
मंदिर की 14 बीघा जमीन है उसमें से 1.5 बीघा जमीन समाज के पास है शेष विवाद में है। 12 दुकानें है। मंदिर की देखरेख जैन ट्रस्ट द्वारा की जाती है। वर्तमान में अध्यक्ष श्री गुणवंतलालकेशरीमलजीबण्डी है। सम्पर्कसूत्र:01473 - 262462, 262562, 9413895200 मंत्री श्रीसमरथनाथजीनागोरी,फोन 01473-262437
श्री आदिनाथ भगवान का (घर देरासर) का मंदिर छोटीसादडी यह मंदिर ग्राम के मध्य में स्थित है, यहां आदिनाथ भगवान की श्वेत पाषाण की प्रतिमा स्थापित है। यह मंदिर नागौरी परिवार कारहा है।
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