Book Title: Mewar ke Jain Tirth Part 02
Author(s): Mohanlal Bolya
Publisher: Athwa Lines Jain Sangh

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Page 298
________________ 5 3. मेवाड़ के जैन तीर्थ भाग 2 श्री सिद्धचक्र यंत्र8”X5" का है। इस पर नरपतसिंह राजा के समय की प्रतिष्ठा का लेख है । श्री अष्टमंगल यंत्र 5X2.5" का है। इस पर सं. 2065 का लेख है । 4. मंदिर के बाहर : 1. 2. श्री नाकोडा भैरव की श्वेत पाषाण की 13" ऊंची प्रतिमा है। इस पर सं. 2065 का लेख है। श्री चक्रेश्वरी देवी (अम्बिकादेवी) की श्याम पाषाण की 11 ऊंची प्रतिमा है। इस पर सं. 2065 का लेख है । Jain Education International इस मंदिर की ध्वजा ज्येष्ठ कृष्णा 8 को चढ़ाई जाती है । इस मंदिर की देखरेख श्री जैन श्वेताम्बर संघ, छोटी सादड़ी द्वारा की जाती है । स्थानीय स्तर पर समाज की ओर से श्री भंवरलाल जी नवलखा द्वारा की जाती है | सम्पर्क सूत्र - 9929810340 श्री जिनेश्वर भगवान का मंदिर, चान्दोली यह पाटबंद मंदिर छोटी सादड़ी से 3 किलोमीटर दूर स्थित है। इसमें पंचधातु की 6 इंच की ऊंची प्रतिमा स्थापित है जो एक कांच के बॉक्स में रखी हुई उसकी पूजा नहीं होती है। For P& Private Use Only 280 www.jainelibrary.org

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