Book Title: Mewar ke Jain Tirth Part 02
Author(s): Mohanlal Bolya
Publisher: Athwa Lines Jain Sangh

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Page 297
________________ मेवाड़ के जैन तीर्थ भाग 2 श्री नेमिनाथ भगवान का मंदिर, जालोदा जागीर यह शिखरबंद मंदिर छोटीसादड़ी से 25 किलोमीटर दूर है। मंदिर की नींव पूर्व में भरी हुई थी, किस परिवार ने भरवाई ज्ञात नहीं। सन 1990 में आ. जितेन्द्र सूरि जी ने इस मंदिर को निर्माण करने का उपदेश देकर समाज द्वारा निर्मित हुआ । मंदिर के प्रवेश द्वार पर दोनों ओर हाथी स्वागत करते हुए है। इस मंदिर में निम्न प्रतिमाएँ स्थापित हैं : 1. श्री नेमिनाथ भगवान की (मूलनायक) की श्वेत पाषाण की 15" ऊंची प्रतिमा है। इस पर वीर सं. 2512 का लेख है। लेख पीछे की ओर होने से अपठनीय है। 2. श्री महावीर भगवान की (मूलनायक के दाएं) श्वेत पाषाण की 13" ऊंची प्रतिमा है। इस पर सं. 2024 वै. शु. 6 का लेख है। 3. श्री सुविधिनाथ भगवान की (मूलनायक के बाएं) श्वेत पाषाण की 13" ऊंची प्रतिमा है। इस पर सं. 2024 वै. शु. 6 का लेख है। उत्थापित चल प्रतिमाएं व यंत्र धातु | की: WORC902 1. AR SHRIRRBARSAWAIMAHARHARAMINET श्री जिनेश्वर भगवान की चतुर्विशंति 12" ऊंची प्रतिमा है। इस पर सन् 2009 का लेख है। श्री सम्भवनाथ भगवान की पंचतीर्थी 8.5" ऊंची प्रतिमा है। इस पर संवत् 2055 का लेख है। N Jain Education International For Person For Person (279)-sery 70 Use Only www.jainelibrary.org

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