Book Title: Mewar ke Jain Tirth Part 02
Author(s): Mohanlal Bolya
Publisher: Athwa Lines Jain Sangh

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Page 291
________________ 2. 3. Jain Education International श्री शांतिनाथ भगवान का मंदिर - छोटी सादड़ी श्री सुपार्श्वनाथ भगवान की (मूलनायक के बाएं) श्वेत पाषाण की 11" ऊंची प्रतिमा है। इस पर कोई लेख नहीं है। श्री शंखेश्वर पार्श्वनाथ भगवान की श्वेत पाषाण की 13" ऊंची प्रतिमा है । इस पर श्री निपुणरत्न विजय जी द्वारा प्रतिष्ठित का लेख है । 4. श्री वासुपूज्य भगवान की (मूलनायक के दाएं) श्वेत पाषाण की 13" ऊंची प्राचीन प्रतिमा है। इस पर कोई लेख नहीं है। मेवाड़ के जैन तीर्थ भाग 2 यह घूमटबंद मंदिर प्रतापगढ़ से 40 किलोमीटर दूर है। कहा जाता है कि कस्बे के समीप ही, गोमाना गाँव के कुएं से प्रतिमा प्राप्त हुई। इस प्रतिमा को कस्बे में लाए तो इसी स्थान पर सिद्धेश्वर महादेव का मंदिर है, यंहा पर आकर स्थिर हो गई, इसलिए महादेव के मंदिर परिसर में ही मंदिर का निर्माण करा स्थापित की। उल्लेखानुसार यह मंदिर सं. 1800 के लगभग निर्मित है। इस मंदिर में निम्न प्रतिमाएँ स्थापित हैं: 1. For Personal Use Only 273 श्री शांतिनाथ भगवान की (मूलनायक) हलके हरे पाषाण की 23 ऊंची प्रतिमा है। इस पर संवत् 1911 का लेख है । www.jainelibrary.org

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