Book Title: Mewar ke Jain Tirth Part 02
Author(s): Mohanlal Bolya
Publisher: Athwa Lines Jain Sangh

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Page 285
________________ निज मंदिर के बाहर आलिए में: 1. श्री चन्द्रप्रभ भगवान की श्वेत पाषाण की 9 ऊंची प्रतिमा है। इस पर सं. 1907 का लेख है। 2. श्री चिंतामणी पार्श्वनाथ भगवान की श्वेत पाषाण की 7" ऊंची प्रतिमा है । सभामण्डप में : 1. श्री गन्धर्व यक्ष की श्वेत पाषाण की 12" ऊंची प्रतिमा है। श्री बला यक्षिणी की श्वेत पाषाण की 11" ऊंची प्रतिमा है । मंदिर की 80 बीघा जमीन है जो प्रत्येक वर्ष लीज पर दी जाती है। इसी राशि से मंदिर का दैनिक खर्च होता है। मंदिर का उपाश्रय बना है, वार्षिक ध्वजा पोष वदि 14 को चढ़ाई जाती है । समाज की ओर से मंदिर की देखरेख श्री बाबूलाल जी जैन करते हैं । सम्पर्क सूत्र : 9799112813 2. ain Education International मेवाड़ के जैन तीर्थ भाग 2 जहाँ तनिक भी पॉलिश है वहाँ खड़े मत रहिएगा अन्यथा फँस जाएँगे । For Pers on 267vde Use Only www.jainelibrary.org

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