Book Title: Mewar ke Jain Tirth Part 02
Author(s): Mohanlal Bolya
Publisher: Athwa Lines Jain Sangh

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Page 269
________________ मेवाड़ के जैन तीर्थ भाग 2 2-3. श्री पार्श्वनाथ भगवान की 5" व 3" ऊंची प्रतिमा है। इन पर कोई लेख नहीं है। 4. श्री वासुपूज्य भगवान की 2.5" ऊंची प्रतिमा है। इन पर कोई लेख नहीं है। 5. श्री आदिनाथ भगवान की प्रतिमा है। इस पर सं. 2023 का लेख है। श्री महावीर भगवान की 2.5 ऊंची प्रतिमा है। इन पर कोई लेख नहीं है। श्री जिनेश्वर भगवान की 4.5" ऊंची पंचतिर्थी प्रतिमा है। इस पर 2045 का लेख है। 8. श्री आदिनाथ भगवान की 3" ऊंची प्रतिमा है। इस पर सं. 2024 का लेख है। 9. श्री शांतिनाथ भगवान की 8" ऊंची प्रतिमा है। इस पर सं. 2045 का लेख है। 10-11 श्री सिद्धचक्र यंत्र गोलाकार 3" व 5.6" का है। 12. श्री अष्टमंगल यंत्र 8"x4" का है। इस पर लेख नहीं है, चांदी की पॉलिश है। 13-14 ताम्बे का यंत्र 6"X6" व 5.5" का है। इन पर कोई लेख नहीं है। बाहर: श्री मणिभद्र की श्याम पाषाण की 10" ऊंची प्रतिमा है। 2. श्री शासन देवी की श्याम पाषाण की 10" ऊंची प्रतिमा है। नव निर्माण (नव मंदिर) हो रहा है। मंदिर संचालन के लिए एक ट्रस्ट है जिसका पंजीयन कराया जा चुका है। मंदिर की एक दुकान है, किराये पर है। वार्षिक ध्वजा कार्तिक शुक्ला 15 को चढ़ाई जाती थी, भविष्य की तिथी निश्चित नहीं है। नोट – श्री पार्श्वनाथ भगवान (श्वेताम्बर) की अति प्राचीन व कलात्मक प्रतिमां बाँध के पास वाली बावड़ी में लगी हुई होने का उल्लेख है। मंदिर की देखरेख ट्रस्ट द्वारा की जाती है। a ducation International For Personal. Drwale Use Only Use Only www.jainelibrary.org (251)

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