Book Title: Mewar ke Jain Tirth Part 02
Author(s): Mohanlal Bolya
Publisher: Athwa Lines Jain Sangh

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Page 273
________________ 3. 2. उत्थापित चल प्रतिमाएँ व यंत्र धातु की: 1. श्री आदीश्वर भगवान का मंदिर, सांखथली थाना Jain Education International श्री शांतिनाथ भगवान की 8 ऊंची प्रतिमा है। इस पर सं. 2035 का लेख है। श्री पार्श्वनाथ भगवान की 3 ऊंची प्रतिमा है । इस पर कोई लेख नहीं है । यह शिखरबंद मंदिर अरनोद से 10 किलोमीटर दूर है। प्राचीन मंदिर रहा है जो पूर्व में केलूपोस था, उसी स्थान पर नूतन बनवाया गया। प्राचीन प्रतिमाएं ही बिराजमान कराई। यह मंदिर करीब 200 वर्ष प्राचीन है । मेवाड़ के जैन तीर्थ भाग 2 इस मंदिर में निम्न प्रतिमाएँ स्थापित हैं: 1. पाषाण की 10" ऊंची प्रतिमा है। इस पर सं. 1848 का लेख है। भगवान श्री जिनेश्वर (मुनिसुव्रत भगवान) की श्वेत पाषाण की 9 ऊंची प्रतिमा है । इस पर वीर सं. 1745 वै. शु. 3 का लेख है। 2. श्री आदिनाथ भगवान की (मूलनायक ) श्याम पाषाण की 17” ऊंची (परिकर सहित) है। इस पर सं. 1876 का लेख है । श्री नेमिनाथ भगवान की (मूलनायक के बाएं) श्वेत For Fer255 Private Use Only www.jainelibrary.org

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