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मेवाड़ के जैन तीर्थ भाग 2
उत्थापित चल प्रतिमाएँ व यंत्र धातु की:
1. श्री जिनेश्वर भगवान की प्रतिमाएं – 10 2. श्री सिद्धचक्र यंत्र (पीतल ताम्बे का) - 2 3. श्री त्रिकोणयंत्र ताम्बे का - 1
4. अष्टमंगल यंत्र -1 निज मंदिर के बाहर:
1. श्री गौमुख यक्ष की श्वेत पाषाण की 9" ऊंची प्रतिमा 2. श्री चक्रेश्वरी देवी की श्वेतपाषाण की 11" ऊंची प्रतिमा है।
सभामण्डप में अष्टापद तीर्थ व सम्मेत शिखर जी तीर्थ के पट्ट लगे है। परिक्रमा परिसर में शिखर पर तीन मंगल मूर्ति में है। वार्षिकध्वजाचढ़ाई जाती है। समाज की ओर से इस मंदिर की देखरेख श्रीराजमलजीपोरवाल करते हैं। सम्पर्क सूत्र : 01478-223 556 मोबाइल 94143 96832
जो भगवान के पास कभी भी, किसी भी प्रकार की माँग न करे, वह 'सच्चा भक्त' है।
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