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मेवाड़ के जैन तीर्थ भाग 2
पादुकाएं:
__ श्री मणिधारी जिनचन्द्र सूरि जी की पाषाण पर स्थापित है, इस पर सं.
1988 का लेख है। 2. श्री नीतिसूरि जी की चरण पादुका स्थापित है।
मंदिर के साथ 7 बीघा जमीन है जो पुजारी के पास है। उपाश्रय है। वार्षिकध्वजावैशाखसुदि 11को चढ़ाई जाती है। इस मंदिर की देखरेख समाज की ओर से श्री नन्दलाल जी बोहरा द्वारा की जाती है। सम्पर्क सूत्र - मोबाइल 9783297239 नोट : गर्भगृह सभामण्डप में वर्षा का पानी टिपकता है। जीर्णोद्धार की आवश्यकता है।
इस संसार में झगड़े
किस बाते के हैं ? "मैं बड़ा और तू छोटा !"
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