Book Title: Mewar ke Jain Tirth Part 02
Author(s): Mohanlal Bolya
Publisher: Athwa Lines Jain Sangh

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Page 240
________________ 卐 मेवाड़ के जैन तीर्थ भाग 2 श्री शीतलनाथ भगवान का मंदिर, प्रतापगढ़ यह शिखरबंदमंदिर नगरकेटकसालगली में स्थित है। यह मंदिर यति श्री वस्तुपाल ने संवत् 1875 में बनवाया था अतः 150 वर्ष प्राचीन है। इस मंदिर में निम्न प्रतिमाएं स्थापित हैं : 1. श्री शीतलनाथ भगवान (मूलनायक) श्वेत पाषाण की 23" ऊंची प्रतिमा है। इस पर वीर सं. 2 5 20 माघ शु. 10 का लखा है ।परि कर बना हुआ है। 2. श्री विमलनाथ भगवान की (मूलनायक के दाएं) श्वेत पाषाण की 19" ऊंची प्रतिमा है। इस पर सं. 2520 माध शु. 10 का लेख है। ___3. श्री महावीर भगवान की (मूलनायक के बाएं) श्वेत पाषाण की 19" ऊंची प्रतिमा है। इस पर सं. 2520 माध शु. 10 का लेख है। उत्थापित चल प्रतिमाएँ व यंत्र धातु की 1. प्रतिमाएं - 20 2. सिद्धचक्र यंत्र चाँदी-2 3. सिद्धचक्र यंत्र पीतल के - 1 सिद्धचक्र यंत्र ताम्बे का – 1 5. ऋषिमण्डल यन्त्र ताम्बे का - Jain Education International For Per a le Use Only www.jainelibrary.org

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