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मेवाड़ के जैन तीर्थ भाग 2
उत्थापित चल प्रतिमाएं वयंत्र धातु की :1. श्री चन्द्रप्रभ भगवान की 10" ऊंची चतुर्विशंति प्रतिमा है। इस पर संवत्
1569 वै. वदि 11 का लेख है। 2. श्री कुथुनाथ भगवान की 10" ऊंची प्रतिमा है। इस पर संवत् 1567 वै.
सुदि. 10 का लेख है। 3. श्री पार्श्वनाथ भगवान की 6" ऊंची प्रतिमा है। 4-5 श्री यंत्र ताम्बे का 4",8",10" गोलाकार है। (पार्श्व पद्मावती का व अन्य) 6. श्री पार्श्वनाथ भगवान की 2.2" ऊंची प्रतिमा है। 7. श्री जिनेश्वर भगवान की 1.5" ऊंची प्रतिमा है। 8. श्री नवकार पट्ट 4"X4" का है। 9. श्री सिद्धचक्र गोलाकार 6” का है। 10. श्री सुमतिनाथ भगवान की 7" ऊंची प्रतिमा है। इस पर संवतृ मिति लिखा
11. श्री पद्मप्रभ भगवान की 5" ऊंची प्रतिमा है। इस पर सं. 1453 (अस्पष्ट)
फाल्गुन शु. 6 का लेख है। 12. श्री सिद्धचक्र यंत्र 4" गोलाकार है। 13. श्री मुनिसुव्रत भगवान की 10" ऊंची चतुर्विशंति प्रतिमा है, इस पर संवत्
1547 वै. शु. 3 का लेख है। 14. श्री शांतिनाथ भगवान की 9" ऊंची पंचतीर्थी प्रतिमा है। इस पर सं. 1464
का लेख है। निज मंदिर बाहर आलिओं में :1. श्री गणधाराय गौतम की श्वेत पाषाण की 7" ऊंची प्रतिमाहै। इस पर
अपठनीय लेख है। 2. श्री सरस्वती देवी की श्वेत पाषाण की 7" ऊंची प्रतिमा है। इस पर
अपठनीय लेख है।
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