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मेवाड़ के जैन तीर्थ भाग 2
2.
श्री जिनेश्वर भगवान की 3.5" ऊँची प्रतिमा है। इस पर अस्पष्ट लेख
3.
ताम्रपत्र यंत्र गोलाकार 6" ऊँची है। इस पर संवत् 1985 का लेख
है।
बाहर क्षेत्रपाल की प्रतीक प्रतिमा स्थापित है। वार्षिक ध्वजा भाद्रपद सुदि नवमी को चढ़ाई जाती है। मंदिर की व्यवस्था समाज की ओर से श्री विजय जी नागोरी द्वारा की जाती है।
सम्पर्क सूत्र - 9413895707
श्री रत्नप्रभ गुरु मंदिर बेगूं (किला)
यह पाटबंद मंदिर बेगू किले की ओर महावीर भगवान का मंदिर जाने के मार्ग पर स्थित है। इसमें श्री रत्नप्रभ सूरि की श्वेत पाषाण की प्रतिमा स्थापित
लवंशकेशंसापक प्राचार्यस्नग्रासूरि।
मेतिरबैंग
संयोग इकट्ठा करने में लोग
समय बिगाड़ते हैं जबकि संयोग तो कुदरत ही
इकट्ठा कर देती है।
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