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मेवाड़ के जैन तीर्थ भाग 2
श्री जैन श्वे. मन्दिर,हथियाना
श्री शंखेश्वर पार्श्वनाथ भगवान का मंदिर, हथियाणा
यह शिखरबंद मंदिर चित्तौड़गढ़ से 45 व कपासन से 15 किलोमीटर दूर ग्राम के मध्य में स्थित है। रेल्वे स्टेशन कपासन है व बस का साधन है।यह मंदिर 600 वर्ष प्राचीन बतलाते हैं तथा प्रतिमा पर कोई प्राचीन लेख प्रतीत नहीं होता लेकिन मंदिर के नाम पर महाराणा जगतसिहं जी ने संवत् 1802 ज्येष्ठ सुदि १ को ताम्रपत्र द्वारा श्री पार्श्वनाथ व चारभुजा जी के मंदिर के लिए 25 बीघा भूमि भेंट की। इस जमीन से प्राप्त आय से मंदिर का कार्य (पूजा, भोग आदि) किया जा सके। इस ग्राम की
जागीर महाराणारायमल ने संवत् 1444 में 351 बीघाजमीन दी थी।उसीसमय मंदिर का निर्माण हुआहोगा। मंदिर में निम्न प्रतिमाएँ स्थापित हैं : 1. श्री पार्श्वनाथ भगवान की
(मूलनायक) श्वेत पाषाण की 13" ऊँची प्रतिमा हैं। इस पर संवत् 1569 (स्पष्ट नहीं) का
लेख है। ___2. श्री आदिनाथ भगवान की
(मूलनायक के दाए) श्वेत पाषाण की 10" ऊँची प्रतिमा है। इस पर संवत् 1360 वै.शु.3 का लेख है।
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