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मेवाड़ के जैन तीर्थ भाग 2
बाहर आलिए में दाएं:
1. श्री गौमुख यक्ष की श्याम पाषाण की 10" ऊँची प्रतिमा है। 2. श्री माणिभद्र की स्थानीय पाषाण की 19" ऊँची प्रतिमा है।
3. श्री नाकोड़ा भैरव की पीत पाषाण की 13" ऊँची प्रतिमा है। बाएं: __1. श्री यक्षदेव (माणिभद्र) की श्याम पाषाण की 13'' ऊँची प्रतिमा है। सिन्दूर
का प्रयोग किया जाता है। 2. पद्मावती देवी की श्याम पाषाण की 9" ऊँची प्रतिमा है। इस पर संवत्
2052 माघ शुक्ला 7 का लेख है। मंदिर की तीन दुकान किराए पर चल रही हैं। इसी से दैनिक व्यय होता
है
वार्षिकध्वजामाघशुक्ला 7 को चढ़ाई जाती है। समाज की ओर से व्यवस्था श्री लक्ष्मीलालजी कांटेड़ द्वारा की जाती है,
फोन : 01477-240205 नोट – पानी गिरता है, जीर्णोद्धार की आवश्यकता है।
इस दुनिया में 'नम्र बनिए लेकिन 'दीन' तो कभी
भी मत बनिए।
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