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मेवाड़ के जैन तीर्थ भाग 2
2. श्री जिनेश्वर भगवान की (मल्लीनाथ) (मूलनायक के दाएं) श्वेत पाषाण की
17" ऊँची प्राचीन प्रतिमा है। इस पर कोई लेख नहीं है। श्री जिनेश्वर भगवान की (नेमिनाथ) (मूलनायक के बाएं) श्वेत पाषाण की
17" ऊँची प्राचीन प्रतिमा है। इस पर कोई लेख नहीं है। उत्थापित चल प्रतिमाएँवयंत्र (धातुकी): 1. श्री कुंथुनाथ भगवान की 6" ऊँची प्रतिमा है। इस पर सं. 1525 वै. सु. 6
का लेख है। श्री मुनिसुव्रत भगवान की 9' ऊँची प्रतिमा है। इस पर सं. 2030 फा. वदि 6 गुरूवार का लेख है। श्री पार्श्वनाथ भगवान की 7" ऊँची पंचतीर्थी प्रतिमा है। इस पर अपठनीय लेख है। श्री आदिनाथ भगवान की 7'' ऊँची पंचतीर्थी प्रतिमा है। इस पर सं. 1536 वै. सु. 2 का लेख है। श्री सिद्धचक्र यंत्र 6" का गोलाकार है। इस पर लेख नहीं है। , श्री सिद्धचक्र यंत्र 4.5" का गोलाकार है। इस पर सं. 2048 चैत्रवदि 3 का
लेख है। 7. श्री सिद्धचक्र 4.5" का गोलाकार हैं। इस पर लेख नहीं है। 8. बीस स्थानक यंत्र गोलाकार मय स्टेण्ड के 10" ऊँचा है। 9. श्री पद्मावती देवी की 4'' ऊँची प्रतिमा है। इस पर सं. 1219 का लेख है।
वेदी की दीवार के बीच आलिए में प्रासाद देवी 6" ऊँची प्रतिमा स्थापित है। मूलवेदी के बांई ओर वेदी पर: ___ 1. श्री महावीर भगवान की
(मूल नायक) श्वेत पाषाण की 17" ऊँची प्रतिमा है। इस पर सं. 2056 फाल्गुन सुदि 13 का लेख है।
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