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मेवाड़ के जैन तीर्थ भाग 2
श्री जैन श्वे. मन्दिर संग्रेससा'
श्री कुंथुनाथ भगवान का मंदिर, संगेसरा
यह घूमटबंद मंदिर मंगलवाड चौराहा से | 11 व आकोला से 11 किलोमीटर दूर ग्राम के मध्य स्थित है। ग्राम 1000 वर्ष प्राचीन है, इतिहास के पन्नो पर भी उल्लेख है। यह मंदिर भी 500 वर्ष प्राचीन है कालान्तर में मंदिर घ्वस्त हो
गया और पुनः संवत् 1914 के लगभग | निर्मित हुआ। पूर्व में यह मंदिर श्री
पार्श्वनाथ भगवान का मंदिर रहा है। मंदिर में निम्न प्रतिमाएं स्थापित हैं :
श्री कुंथुनाथ भगवान की (मूलनायक) श्वेत पाषाण की 21" ऊँची प्रतिमा है। इस पर संवत् | 1545 का लेख है। श्री आदिनाथ भगवान की (मूलनायक के दाएं) श्वेत पाषाण की 19' ऊँची प्रतिमा है। इस पर संवत् 1991 मा.सुदि 13 का लेख
2.
3. श्री शांतिनाथ भगवान की
(मूलनायक के बाएं) श्वेत पाषाण की 19'' ऊँची प्रतिमा है। इस पर
संवत् 1545 वै0 सुदि 3 का लेख है। नीचे की वेदी पर:
श्री जिनेश्वर भगवान की (पार्श्वनाथ) श्याम पाषाण की 5" ऊँची प्रतिमा है। इस पर कोई लेख नहीं है। यह मूर्ति पूर्व की है। इसके अतिरिक्त एक प्रतिमा और थी वह खण्डित होने से विराजमान नही कराई।
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