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मेवाड़ के जैन तीर्थ भाग 2
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3. श्री आदीश्वर भगवान की (मूलनायक के बाएं) श्वेत पाषाण की 19" ऊँची
प्रतिमा है। इस पर संवत् 1925 आषाढ़ सुदि 10 का लेख है। उत्थापित चल प्रतिमाएँवयंत्र धातु की:
श्री शांतिनाथ भगवान की 6.5" ऊँची पंचतीर्थी प्रतिमा है। इस पर संवत्
1361 का लेख है। 2. श्री सुपार्श्वनाथ भगवान की 9" ऊँची पंचतीर्थी प्रतिमा है। इस पर संवत्
2040 का लेख है। श्री पार्श्वनाथ भगवान की चतुर्विंशति प्रतिमा 12' ऊँची प्रतिमा है। इस पर संवत् 2040 का लेख है। श्री सिद्धचक्र यंत्र गोलाकार 5' का है। इस पर संवत् 2026 वैशाख सुदि 5
सोमवार का लेख है। 5. श्री सिद्धचक्र यंत्र गोलाकार 6” का है। इस पर संवत् 2040 का लेख है।
श्री अष्टमंगल यंत्र 6" x 3.5" का है। इस पर संवत् 2040 का लेख है।
इस पर संवत् 2040 का लेख है। निज मंदिर से बाहर निकलते समय दाएं: 1. ब्रह्मयक्ष की श्वेत पाषाण की 13'' ऊँची प्रतिमा है। इस पर संवत् 2042
ज्येष्ठ वदि 7 का लेख है। बाएं: 1. श्री अशोका देवी की श्वेत पाषाण की 13'' ऊँची प्रतिमा है। इस पर संवत्
2042 का लेख है। सभामण्डप में दाएं: ___ श्री गौमुख यक्ष की श्वेत पाषाण की 13" ऊँची प्रतिमा है। इस पर संवत् 2042 का लेख है।
6.
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