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मेवाड़ के जैन तीर्थ भाग 2
उत्थापित चल प्रतिमाए धातु की:
__ श्री श्रेयांसनाथ भगवान की 7" ऊँची प्रतिमा है। इस पर संवत् 1520 का
लेख हैं। 2. वेदी के बीच दीवार के आलिए में प्रासाद देवी की 6" ऊँची प्रतिमा स्थापित
बाहर निकलते समय दाई ओर:
श्री नाकोड़ा भैरव की पीत पाषाण की 14" ऊँची प्रतिमा है। इस पर सं.
2062 का लेख है। 2. श्री माणिभद्र की श्वेत पाषाण की 14" ऊँची प्रतिमा है। इस पर सं. 2062
का लेख है। बाई ओर
श्री सरस्वती देवी की श्वेत पाषाण की 15" ऊँची प्रतिमा है। इस पर संवत् 2062 का लेख है।
वार्षिकध्वजा फाल्गुण कृष्णा 13 को चढ़ाई जाती है। देखरेख समाज के निम्न प्रतिनिधि करते हैं - सम्पर्कसूत्र : श्रीमाणकचन्दजी कोठारी, श्रीचांदमलजीलोढ़ा फोन 01471-229318
इस जगत में जो अकड़कर रहे, वे मारे गए और जिनहोंने
माफी माँगी, वे छूट गए।
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