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उत्थापित धातु की प्रतिमाए व यंत्र :
1.
2.
3.
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5.
1.
मेवाड़ के जैन तीर्थ भाग 2
2.
श्री शांतिनाथ भगवान की चतुर्विंशति 12" ऊँची प्रतिमा है। इस पर 15.02.09 का लेख है ।
6.
सभामण्डप में :
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श्री आदिनाथ भगवान की 7" ऊँची पंचतीर्थी प्रतिमा है ।
श्री जिनेश्वर भगवान की 3" ऊँची प्रतिमा है। इस पर संवत् 1628 का लेख है।
श्री पार्श्वनाथ भगवान की 4" ऊँची प्रतिमा है। इस पर सं. 1662 का लेख है।
श्री सिद्धचक्र यंत्र गोलाकार 4.5" का है।
श्री अष्टमंगल यंत्र 5” x 2.5" का है। इस पर संवत् 2065 का लेख है ।
श्री माणिभद्र की श्वेत पाषाण की 10 ऊँची प्रतिमा है। इस पर संवत् 2044 ज्येष्ठ शुक्ला 2 का लेख है।
श्री माणिभद्र की स्थानीय पाषाण की 21" ऊँची प्रतिमा है। मंदिर का जिर्णोद्धार होकर प्रतिष्ठा 29 मई 1987 को ज्येष्ठ सुदि 2 को सम्पन्न हुई । मंदिर के सामने उपाश्रय बना हुआ है व इसकी 8 बीघा जमीन है ।
वार्षिक ध्वजा ज्येष्ठ सुदि 2 को चढ़ाई जाती है। समाज की ओर से देखरेख श्री कन्हैयालाल जी चावत करते हैं ।
सम्पर्क सूत्र- 01472-223023
श्री शांतिलाल जी पीतलिया, मोबाइल : 9928050819
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