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श्री शीतलनाथ भगवान का मंदिर, गंगरार
यह शिखरबंद मंदिर चित्तौड़गढ़ से (भीलवाड़ा जाने वाली सड़क पर ) 20 किलोमीटर दूर ग्राम के मध्य में स्थित है। यह ग्राम बहुत प्राचीन है और कथनानुसार ग्राम के साथ ही आदिनाथ भगवान का मंदिर का निर्माण होना बताया गया। संवत् 1100 का निर्माण होने का उल्लेख है। समय काल के साथ क्षतिग्रस्त हो गया और बाद में पुनः जीर्णोद्धार होकर संवत् 2045 में नूतन रूप से प्रतिष्ठा सम्पन्न हुई ।
इस मंदिर में निम्न प्रतिमाएं स्थापित है:
1. श्री शीतलनाथ भगवान की
(मूलनायक) श्याम पाषाण की 21" ऊँची प्रतिमा है। इस पर संवत् 1909 माघ सुदि 5 का उल्लेख है ।
श्री चन्द्रप्रभ भगवान की (मूलनायक के दाएं) श्वेत पाषाण की 13" ऊँची प्रतिमा है। इस पर सं. 1909 का लेख है ।
श्री जिनेश्वर भगवान की 9" ऊँची प्रतिमा है।
भगवान की
श्री पार्श्वनाथ (मूलनायक के दाएं) श्वेत पाषाण की 9 ऊँची प्रतिमा है ।
मेवाड़ के जैन तीर्थ भाग 2
श्री धर्मनाथ भगवान की (मूलनायक के बाएं) श्वेत पाषाण की 10 " ऊँची
प्रतिमा है ।
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