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प्रश्न- सार
प्रवचन में आप द्वारा एक हाथ से तो हम पर करारी चोट और दूसरे हाथ से सुगंध व फूल लुटाना। दोनों से एक-साथ गुजरने में आपको कठिनाई नहीं होती ?
समता व आनंद के दीये का अधिक समय तक स्थिर रहने के बावजूद भी कभी-कभी टिमटिमाने लगना ।
निर्माण की भूमिका अथवा किसी शिथिलता का परिणाम ? अकंप सम्यकत्व व आनंद हेतु भगवान से मार्ग प्रकाशन की मांग।
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Jain Education International 2010_03
हर प्रातः भगवान को देखने व सुनने के लिए आना, पर दोनों रस एक-साथ न ले पाना ।
सुनने में आंख का बंद होना, देखने पर सुनने का कम होना । कैसे दोनों का साथ-साथ आस्वादन हो ?
समर्पण व अंधानुकरण में अंतर क्या ?
सिद्ध होकर आपको क्या मिला ? क्या ईश्वर निश्चयपूर्वक है ?
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