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जयधवलासहिदे कसायपाहुडे [पेजदोसविहत्ती ? चत्तारि भासगाहाओ ४ । ओवट्टणाए तिण्हं मूलगाहाणं भासगाहाओ परूविदाओ।
११४२. किट्टीए एक्कारस मूलगाहाओ। तत्थ 'केवडिया किट्टीओ०' एसो पढममूलगाहा । एदिस्से तिण्णि भासगाहाओ। ताओ कदमाओ ? 'बारस-णव-छतिण्णि य किट्टीओ होति.' एस गाहा प्पहुडि जाव 'गुंणसेढिअणंतगुणा लोभादी०' एस गाहे त्ति ताव तिण्णि भासगाहाओ ३। 'कैदिसु अ अणुभागेसु अ०' एदिस्से विदियमूलगाहाए बे भासगाहाओ। ताओ कदमाओ ? 'किट्टी च हिदिविसेसेसु' एस गाहा पहुडि जाव 'सव्वाओ किट्टीओ विदियहिदीए०' एस गाहेत्ति ताव बेण्णि भासगाहाओ २। 'किट्टी च पदेसग्गेणाणुभागग्गेण का च कालेण.' एदिस्से तदियमूलगाहाए तिण्णि अत्था होति । तत्थ 'किट्टी च पदेसग्गेण०' एदम्मि पढमे अत्थे पंच भासगाहाओ। ताओ कदमाओ? विदियोदो पुण पढमा०' एस गाहा पहडि जाव 'एसोकमो य कोहे०' एस गाहेत्ति ताव पंच भासगाहाओ ५ । 'अणुंभागग्गेण' इत्ति एदम्मि विदिए अत्थे एकभासगाहा । सा कदमा? 'पढमा य अणंतगुणा विदियादो०' एस गाहा एक्का चेव१। 'का च कालेण' इत्ति एदम्मि तदिए अत्थे छब्भासगाहाओ । ताओ कदमाओ ? 'पढमसमयकिट्टीणं कालो०' एस गाहा प्पहुडि जाव 'वेदयकालो किट्टी य.' हैं । इसप्रकार अपवर्तनामें आई हुई तीन मूल गाथाओंकी भाष्यगाथाओंका प्ररूपण किया।
१४२. कृष्टिमें ग्यारह मूल गाथाएं हैं। उनमेंसे 'केवडिया किट्टीओ०' यह पहली मूल गाथा है । इसकी तीन भाष्यगाथाएं हैं । वे कौनसी हैं ? 'बारस णव छ तिण्णि य किट्टीओ होंति०' इस गाथासे लेकर 'गुणसेढि अणंतगुणा लोभादी०' इस गाथा तक तीन भाष्यगाथाएं हैं। 'कदिसु अ अणुभागेसु अ०' कृष्टिसंबन्धी इस दूसरी मूलगाथाकी दो भाष्यगाथाएं हैं। वे कौनसी हैं ? 'किट्टी च हिदिविसेसेसु०' इस गाथासे लेकर 'सव्वाओ किट्टीओ विदियहिदीए.' इस गाथा तक दो भाष्यगाथाएं हैं। 'किट्टी च पदेसग्गेण अणुभागग्गेण का च कालेण०' कृष्टिसंबन्धी इस तीसरी मूलगाथाके तीन अर्थ होते हैं। उनमेंसे 'किट्टी च पदेसग्गेण' इस पहले अर्थ में पांच भाष्यगाथाएं हैं। वे कौनसी हैं ? 'विदियादो पुण पढमा०' इस गाथासे लेकर 'एसो कमो य कोहे.' इस गाथा तक पांच भाष्यगाथाएं हैं। 'अणुभागग्गेण' इस दूसरे अर्थमें एक भाष्यगाथा है। वह कौनसी है ? 'पढमा य अणंतगुणा विदियादो०' यह एक ही गाथा है। 'का च कालेण' इस तीसरे अर्थमें छह भाष्यगाथाएँ हैं। वे कौनसी हैं ? 'पढमसमयकिट्टीणं कालो०' इस गाथासे लेकर 'वेदय
(१) सूत्रगाथाङ्कः १६२। (२) एस पढ-आ० । (३) सूत्रगाथाङ्कः १६३ । (४) सूत्रगाथाङ्कः १६५। (५) सूत्रगाथाङ्कः १६६ । (६) सूत्रगाथाङ्कः १६७। (७) सूत्रगाथाङ्कः १६८ । (८) सूत्रगाथाङ्कः १६९ । (8) सूत्रगाथाङ्कः १७० । (१०) सूत्रगाथाङ्कः १७४ । (११) सूत्रगाथाङ्कः १७५ । (१२) सूत्रगाथाङ्कः १७६ । (१३) सूत्रगाथाङ्कः १८१ ।
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