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साधारण हाथ
इन हाथों में उंगलियां टेड़ी-मेड़ी, जीवन रेखा गोलाकार परन्तु, अधुरी, टूटी-फूटी भाग्य रेखा, मस्तिष्क रेखा कहीं सुन्दर व कहीं दोषपूर्ण, सभी प्रकार के रंग, अंगूठा छोटा व कम खुलने वाला, कभी-कभी सीधा व चौड़ा, उंगलियां लम्बी या मध्यम, ग्रहों के स्थान एकाध उठे-शेष साधारण पाए जाते हैं।
इस श्रेणी के व्यक्ति निम्न स्तर के कार्य करते हैं, जैसे राज, बढ़ई, धोबी, घास बेचना, कबाड़े का काम, ठेला लगाकर कोई काम करना, साइकिल रिपेयरिंग इत्यादि।
अन्य प्रकार के हाथ व हाथों के रंग
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गुलाबी हाथ
गुलाबी हाथ देखने में या तो हल्के लाल रंग के लगते हैं या फिर सफेद जैसे होते हैं, परन्तु पूर्णतया सफेद नहीं होते हैं। ऐसे व्यक्ति सात्विक, सरल हृदय व छल कपट से रहित होते हैं। किसी को धोखा देना इनके बस की बात नहीं। ये सतोगुणी देवताओं की उपासना करते हैं। दूसरों के साथ इनके सम्बन्ध स्पष्ट एवं रूचिकर होते हैं। क्रोध भी इन्हें कम आता है। हाथ में अन्य लक्षणों के अनुसार अन्य बातों का निर्णय कर लेना चाहिए। इस प्रकार के व्यक्तियों से दूसरों को हानि नहीं होती, लाभ ही होता है। इनमें दया भावना अधिक होती है और ये यथाशक्ति दूसरों की सहायता करने वाले होते हैं। अत्यधिक प्रभु चिन्तन करने वाले, साधु स्वभाव के एवं उच्च कोटि के सामाजिक कार्य करने व समाज का निर्णय करने वालों के हाथ गुलाबी होते हैं।
पीला हाथ
ऐसे हाथ देखने में एकदम सफेद जैसे लगते हैं, परन्तु रंग में पीलापन होता है। शरीर में खून की कमी हो या नहीं, तो भी हाथ पीला या सफेद नज़र आता है। ऐसे व्यक्ति जीवन में निराश रहते हैं और इन्हें प्रत्येक कार्य में सफलता के लिए विशेष संघर्ष करना पड़ता है। पारिवारिक जीवन में ऐसे व्यक्तियों को विशेष अशान्ति रहती है। सन्तान के विवाह, परिवार के व्यक्तियों से निर्वाह तथा सम्बन्धियों से सम्बन्धों के विषय में इन्हें निराशा रहती है। हाथ के अन्य लक्षण सुन्दर होने पर रंग सफेद या पीला हो तो फलों में परिवर्तन हो जाता है। फिर भी ऐसे व्यक्तियों को उतनी सफलता
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