________________
( १५७ ) सुज्झ् (शुध्य)-शोधना, साफ करना । धाव,धाय् (धाव)-दौड़ना, भागना ।
वाक्य हम दोनों ध्यान करते हैं। तुम हो। वह वींधता है।
वे हैं। हम ललचाते हैं। तुम दोनों घबराते हो तुम दोनों सड़ते हो। हम हैं । हम वींधते हैं। तुम सुशोभित होते हो। तुम द्योतित होते हो। तुम शोधते हो।
वह जानता है। तुम साफ करते हो। मैं खुश होता हूँ। हम दोनों लिखते हैं। वे दोनों जाते हैं। तुम खींचते हो।
तुम काँपते हो। वह सम्पादन करता है। वे दोनों प्रशंसा करते हैं। वे दोनों निन्दा करते हैं। वह बोता है। तुम दोनों दौड़ते हो। हम होते हैं। मैं गाता हूँ।
हम खेद करते हैं। वह शाप देता है।
वह खड़ा रहता है। वह प्रकाशित होता है। मैं सिद्ध करता हूँ।
कुहंति
सिलाहंति गिज्झम मि कहेमि
झाम होंति दुन्नि बोहेति
जुज्झेम
Jain Education International
For Private & Personal Use Only
www.jainelibrary.org