Book Title: Prakritmargopadeshika
Author(s): Bechardas Doshi
Publisher: Motilal Banarasidas
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( ५६
)
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रुक्ख
१
शब्द अर्थ पृष्ठाङ्क शब्द अर्थ पृष्ठाङ्क रस्ना ( सं० )-रसना-जीभ १३२ रुइरुचि रस्सि
५८, २८०, ३२६ रुकुम ( पालि )-चाँदी रस्सी रस्मि-किरण
६१ रुक्म ( पालि ) ,, रहस-वेग
८४, २८० राई
३१६ रुच्मी विशेष नाम राउल-राजकुल
रुण्ण रुदन
४८, ८३ राग
१८३ रुद्द रौद्र-रुद्र-भयानक राचा ( चू० पै ) राजा ३५ रुव(धा० )
१६७ राजपध ( शौ० ) राजमार्ग
रुप्प-चाँदी
७१, १८७, २५७
७१. राजपह= ३७ रूप्पणी रुक्मिणी
७१ राजातन (सं० ) राजादन, खिन्नी रुपी विशेष नाम या खिरनी का पेड़
२४२, २६६ अथवा फल १२६ रूस् (धा०)
१५६ रायउल-राजकुल ५५ रूम् ( धा) .
१५६ रायगिह २२७ रेखा
३२८ रायघर-राजगृह नगर
८३ रेभ-(प्रा०, अप०) रेफ ४१ रायण्ण
३५७ रेह-रेफ रायरिसि २.४ रेहा
३२८ राया राजा
३५ रोचि( सं० ) किरण रिउ शत्रु
३३ रोत्तव्वं रिक्ख-नक्षत्र
६२
६४, २२६ रिज (सं०)
१२७ लंगूल-पूंछ रिद्धि
११८, ३१६ लघण-लंघन रिसि
२४० लंछण लांछन-निशान, कलंक १८ १२ लंच लम्बा
१२७.
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