Book Title: Prakritmargopadeshika
Author(s): Bechardas Doshi
Publisher: Motilal Banarasidas

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Page 488
________________ पृष्ठाङ्क २१२ २४२ २४३ हुत ام हिअअ%D" हिअय% , و ( ७५ ) शब्द अर्थ पृष्ठाङ्क शब्द अर्थ हस्र (सं०) १२८ हु हा (धा०) १५० हुआ हालिअ हल चलाने वाला हिअ हृदय ५५ हुत्त आहूत-आकारित बुलाया गया २७ हुसा (पालि)=पुत्रवधू हिओ=बीता हुआ कल का दिन ८६ हूअ=आहूत-आकारितहिंस् (धा०) २७१ बुलाया गया हितप (पै०) हृदय २७ हूण-हीन हितपक (पै०), २७ हे नीचे हिस्थ-त्रास पाया हुआ ८३ हेहिल्ल हियय १८२ हेमन्त हिरी-लज्जा हो (धा०) हिलाद-आनन्द ७३ होइइह इधर होता है हीण हीन २४ होम होम हीर-महादेव १८ हलीका (सं०) लज्जा لم » سة mm ३५६ ३ २२६ x १२७ १३४ Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org |

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