Book Title: Prakritmargopadeshika
Author(s): Bechardas Doshi
Publisher: Motilal Banarasidas

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Page 492
________________ ( ७६ ) द्वित्व द्विर्भाव पृष्ठाङ्क शब्द पृष्ठाङ्क ५६, ५७, ५८ प्राकृत १११, १२७, २४६ ८१, ८२ प्राचीन गुजराती २५२ प्रार्थना २८७ प्रेरक ३१६ __ ४५, २०२, २२६ प्रेष २८७ धनंजयकोश धातु १०२ १०५ बहुव्रीहि ६०, १७८, २२७ or an नञ्तत्पुरुष नपुंसकलिंग नरजाति नागरी नाम नामधातु नासिका निमंत्रण भविष्यत् भामह ८, ६२, ३०३ o m Norm m भाव ३५४ भूतकाल २१६ २८७ १३७ पतंजलि परस्मैपद १३६, २४६, ३६० परोक्ष मखकोश महर्षि १३६, मागधी मार्कण्डेय मेवाड़ १३७, राजशेखर रामायण ६०, १६८, २२५ रूपाख्यान १३६, ३५०, ३६० २१६ १३६ लक्ष्मीधर १५६ लिंग Mor ur m पाणिनि पालि पुरोहित पुलिंग पैशाची प्रत्यय प्रवरसेन 'प्रश्न m mr. omowo or or १४१ Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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