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८४.
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सुमिण
शब्द . अर्थ पृष्ठाङ्क शब्द अर्थ
पृष्ठाङ्क सुक्ख-सुख
१८८ सुत्ति-सीप सुखुम
२२८ सुदंसण-सुदर्शन सुगत-बुद्ध भगवान्
३३ सुद रसण= , सुगन्धि
२५५ सुद्धोअणि बुद्ध भगवान् सुङ्ग-चुंगी-राजा का कर
सुनुषा (पै०)पुत्रवधू सुजह
२०१
सुनुसा= " सुज्ज-सूरज
सुन्देर-सुन्दरता सुभ (सं०) शुभ
१३१ सुज्झ ( धा०) १५७
१६४ सुटिअ-सुस्थित
सुभासए ७१
१२२ सुट्छु
सुमरि (क्रि०) याद कर
६८, २२८ सुणिसा ( पालि ) = पुत्रवधू
१५६ सुमर (घा.)
७० सुण (धा० )
५३, ८६, २६८ १५४ सुण्ह बहुत छोटा
सुम्ह=एक देश का नाम
सुय्य (शौ०) सूरज सुण्हा ५४, ७०, ८७, ३१३
सुर
६८, २८१ सुण्हा=गाय का गलकंबल २०
२८१ सुतगड-सूत्रकृतांग नाम का
सुरुग्ध-एक गाँव का नाम अथवा .. जैन अंग आगम
देश का नाम ८७ सुतार=सुगम रीति से उतरने
सुव-अपना अथवा अपन ८७, १६६ योग्य-घाट
सुवइ (क्रि०) सोता है १६ सुत्त-सूत्र-छोटा सा वचन २११
२५७ सुत्त (सं०) अच्छी रीति से
सुवण्णिअ-सोनी-सुनार-सोना दिया हुआ ५५, १३३, २१२
गढ़ने वाला सुत्त ५७, २१२, २४३, ३२८ सुविण
२६८ सुत्तहार
२५६ सुवे आने वाला कल-आने सुत्ता (सं० भू० कृ०) ३६८ वाला दिन
सुरही
४७
सुवण्ण
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