Book Title: Prakritmargopadeshika
Author(s): Bechardas Doshi
Publisher: Motilal Banarasidas
________________
( ५७ )
अर्थ
मुंच
१२६
८१
मूढ
१८ २२६
शब्द अर्थ पृष्ठाङ्क शब्द
पृष्ठाङ्क मिलाण-कुम्हलाया हुआ
मुसं
२१२ मुरझाया हुआ ७३ मुसल-मूसल
२५ २२५ मुसा असत्य
२८, २१२ मिहिलानयर
२५७ मुसान (पालि)-श्मशान मुइंग
३२६ मुह-मुख-वदन। ३७, १८१
१६६ मुहलवाचाल-बकनेवाला ५२ मुंढ-मूर्धा-मस्तक-सिर
मुहल-मुसल
૫ ૨ मुंढा= " ७८ मुहुत्त
६७, २१० मुकुतिक (सं०)=मौक्तिक-मोती १३५ मुहेर ( सं० )-मूर्ख मुक्तक-मुक्त-मुका हुआ-घुटा हुआ ७५ मूत्र-गूंगा।
८१, २८० मुक्क-मूक-मूंगा-गूंगा मुक्त-मूर्ख
८७ मूस मुग्गर-मोगरे का फूल ५७ मूसय
२२६ मुगा=मूंग नाम का धान्य ५७ मूसा असत्य-मृषा २८, २१२ मुठि-मूठी
६८ मेख ( चू० पै०) मेघ मुणि
२६६ मेघ (पै० )-मेघ ३८, ३०२ मुणियर ( मुणि+इयर )-मुनि मेघ-मेघ
से जुदा मनुष्य ६४ मेटि-आधाररूप मुण (धा०) जानना-मानना ३२४ मेत्त मात्र केवल मुत्त-मुक्त-घुटा हुआ ५६, ७५, ३२८ मेथि आधाररूप मुत्ताहल-मोती .
४१ मेरा-मर्यादा मुत्ति-मूर्ति-प्रतिबिंब ६७ मेलव् (धा०)
३२४ मुद्धा-माथा ७८,८७ मेह-मेघ
३७, ३८, १७५ मुध्धमुग्ध-मोह युक्त ५७, ३२८ मेहा
३१३ मुरुक्ख-मूर्ख ८७ मेहावि
२५६ मुषल (सं०)-मुसल १३५ मोक्ख
१८६
Jain Education International
For Private & Personal Use Only
www.jainelibrary.org
Page Navigation
1 ... 468 469 470 471 472 473 474 475 476 477 478 479 480 481 482 483 484 485 486 487 488 489 490 491 492 493 494 495 496 497 498 499 500 501 502 503 504 505 506 507 508