Book Title: Prakritmargopadeshika
Author(s): Bechardas Doshi
Publisher: Motilal Banarasidas

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Page 469
________________ ( ५६ ) २४२ ४० २४२ २४१ ६७ माहण शब्द अर्थ पृष्ठाङ्क शब्द अर्थ पृष्ठाङ्क महाविजालय २२७ मांस-मांस ६७, ११६ महावीर १७५ मायरा महासड्ढि २६७ मायामह ३५७ महासव मार २४२, २६८ महिड्डिय ૨૨૭ माराभिसंकि महिमा महिमा-गौरव मालिअ २५६ महिवाल राजा मास महु मासल=पुष्ट-मोटा २०० महुअ-महुआ का पेड़ अथवा महुआ माहुलिंग-बीजौरा का फल वा गाछ ४७ महुर-मधुर ३८ मिइंग ३२६ महूअ-महुअ का पेड़ अथवा मिउ २६ मिउवी कोमल-मृदु-मृद्वी महेसि ૨૫૪ मिच्चु-मृत्यु-मीच २४० २२६ मिच्छा असत्य-मिथ्या नाअरा ३१४ मित्त १८८ माआ ३१४ मित्तत्तण माइ ३१५ मित्ती माइसिआ मौसी-माता की बहिन २७ मिदुवी कोमल-मृद्वी ___७४ माउ ३१६ मियंक-चन्द्रमा मा उक्क मृदुत्व-मार्दव २७, ७५ मिरा-मर्यादा माउच्छा=मौसी ८४, ३१४ मिरिअ मिर्चा माउत्तण मृदुत्व-मार्दव ७५ मिला (धा०) माउलिंग-बीजौरा का फल वा गाछ ४७ मिलाइ (क्रि०)=मुरझाता हैमाउसिआ मौसी २७, ८४, ३१४ कुम्हलाता है ७३ ७४ महुआ मा P १६७ Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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