Book Title: Prakritmargopadeshika
Author(s): Bechardas Doshi
Publisher: Motilal Banarasidas

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Page 425
________________ ( १२ ) शब्द पृष्ठांक शब्द एकतीसा ३८१ एकपण्णासा ३८२ reater ३८० एक्कार = अयस्कार- लोहार ८२, ११६ ४४, ८१, ३७६ ३८१ एग= एक एगचत्तालिसा एगणत्रइ एगंततो एगतीसा एगपण्णासा एगया एगवीसा एगसहि एगारह एगत्त= एकपना - एकत्व, एकता प्रेम गावण्णा एगासीह अर्थ एगूणचत्तालिसा एगुणतीसा एगूणनवर ४४ ३८२ २१२, २४३, २८३, ३६३ ३८० एगूणपण्णासा एगूणवीसा गूणसहि एगूणस तरि एगूणसय ३८३ ३६२ ३८१ Jain Education International ३८२ ३८० ३८२ ३८३ ३८१ ३८१ ३८३ ३८१ ३८० ३८२ ३८२ ३८४ एगूणासीइ एगे=एक एगोण = एक कम एगमेग=प्रत्येक एत्ता=अभी एत्थ = इधर एहि = अभी एरावण एरिस= ऐसा एमेव = एवमेव ऐसा ही - Mitten एय अर्थ एवं = ऐसा एवं एअं- ऐसा यह एवं णेदं ( शौ० ) ऐसा यह एव = ऐसा अथवा निश्चय एवा (वै० ), एस् ( धा० ) एस्वंति णंतसो = अनन्तवार आवेंगे- पावेंगे एह = ( अप० ) ऐसा ८३ १८, २४४, ३६३ ८३ ५५ १६६ २१० ओ ओग्गाल (घा०) For Private & Personal Use Only पृष्ठांक ३८३ ६३ ६६ ६८ ८५ ६७, २२८ ८७ ८७ ६७, १२०, २०२, २२८ १२० २८३ ओ= देखो, निकट ८२, १६२, १६५ ओक्खल = ओखली - खांडने का साधन ह५ ८५. ८२ ३२५ www.jainelibrary.org

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