Book Title: Prakritmargopadeshika
Author(s): Bechardas Doshi
Publisher: Motilal Banarasidas

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Page 456
________________ पृष्ठांक ४७ سم २०१ سم २५७ पडह ३८२ ४७ शब्द अर्थ पृष्ठांक शब्द अर्थ पटि ( पालि )-प्रति-प्रति ४७ पडिहार-प्रतिहार-द्वारपाल पटिमा ( चू० पै० )-प्रतिमा- पडपटु-चतुर सादृश्य ६८ पडुप्पन्न पट्ट-पट्टा पड ( धा० ) १४० पट्टण शहर-पाटण ७७, १३४ पढइ ( क्रि० )=पठता है पट्टोल-दोनों तरफ समान छाप पढम-पहिला ४८, २८२ वाला वस्त्र पढ् (धा०) पट्टव ( धा) २२६ ३२५ पणवत्तालिसा पटिपीठ ३८१ पणतीसा __ डंसुआ प्रतिध्वनि-पडछंदा ८७ ३८१ पणपणा १८६ ३८२ पडाया पताका-छोटी धजा पणपण्णासा पडायाण-घोड़े का साज ५२ पणयाला ३८१ पडि-प्रति पणवीसा पडिकूलं प्रतिकूल १६४ पडिकूल २७० पणसहि ३८२ पडिणी (घा.) २६६ पणसत्तरि पडिप्फद्धए क्रि०) स्पर्धा करता है ७२ पणसीइ पडिप्फद्धा प्रतिस्पर्धा पणाम् (घा.) पडिप्फद्धी= , पण्डित-पंडित १८८ पडिबुज्झ ( धा०) पण्णवइ ३८३ पडिभासए ( क्रि०) पण्णरस ३८० पडिमा प्रतिमा ३८, ४७, १६४ पण्णरह ७८, ३८० पपडिवज्ज् (धा०) २८३ पडिवत्ति-प्रतिपत्ति-सेवा ४७ पण्णसत्तरि ३८३ पडिवया-प्रतिपदा-पडवा तिथि पण्णा-प्रज्ञा-बुद्धि ६१,६८,६६, ३१३ प्रथम तिथि-परिवा पण्णासा ७८, ३८१ ३८० पणस-फणस-कटहल ४६ ३८३ الله الله ७१ mm ३२५ ७१ ३६८ १६४ m Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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