Book Title: Prakritmargopadeshika
Author(s): Bechardas Doshi
Publisher: Motilal Banarasidas

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Page 453
________________ अनाज ( ४० ) शब्द अर्थ पृष्ठांक शब्द अर्थ पृष्ठांक निंब-नीम का वृक्ष ४६ निप्पह-प्रभा रहित-निस्तेज ७१ निकस-कसौटी का पत्थर ४३ निप्याव-वल्ल-वाल नाम का निक्ख=निष्क-सुवर्ण मुद्रा निखार (धा०) ३२६ निप्पिह-निस्पृह ७१, ७६ निक्खाल (धा०) निप्पुसण-पोछना-मार्जन करना ७१ निच्चं १८४ निप्फल=निष्फल-व्यर्थ ६३ निचल=निश्चल ५७, ३२८ निप्फाव-बल्ल-वाल नाम का अनाज ७१ निच्चिन्त निश्चित ६५ ।। निप्फेस पीसना निच्छर (चू० पै०) निर्भर- निमंत् (धा०) २४४ पानी की झरना ३८ नियोचित ( चू० पै०) नियोजित ३६ निच्छिह-निस्पृह-स्पृहा रहित नियोजिअ%3 , ३६ अनासक्त ७६ । निरकृय निज्भर झरन-पानी का झरना निरंतरं २३, २८ निरन्तर सतत निझरह निरिक्खइ ( क्रि०) १६३ निठुर=निष्ठुर-क्रूर ५३, ५७ निर् १६३ निहल= " निल्लज्जिमा=निर्लज्जता-बेशरमाई १० निण्ण-छोटा अथवा नीचा स्थान ६६ निव १७५, ३२६ निद्ध-स्नेह युक्त ८२ निवाण २६३ निद्धणो १६३ निश्चिन्द ( शौ०) निश्चित ६८ निधुण (धा०) २६. निसढ इस नाम का पर्वत निधातवे स्थापित करने के लिए १२१ निसरह ( क्रि० ) निन्द् (धा०) १५८ निसा निपडइ ( क्रि०) १६४ निसाअर चंद्र निप्पज्ज ( धा०) १५४ निसाअर-राक्षस निप्पह-निस्पृह ५७, ११३ निसिअर-चंद्र Mmmm ४६ ६४ Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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