________________
छठा पाठ अकारान्त शब्द के रूप ( पुंलिंग)
वीर+
बहव०
प्र०
शब्दः प्रत्यय एकव० वीर + ओ = वीरो (वीरः') वीर + ए-वीरे
वीर + आ =वीरा' (वीराः) .
+तुलना के लिए 'अकारान्त' 'बुद्ध' शब्द के पालिभाषा के एकवचनी रूप :एकवचन
बहुवचन प्र० बुद्धो
बुद्धा (बुद्ध से ) द्वि० बुद्धं तृ० बुद्धेन
बुद्धेहि, बुद्धेभि [किसी-किसी स्थान मे तृतीया के एकवचन में बुद्धसो' रूप भी होता है और तृतीया के एकवचन में कहीं-कहीं 'सा' प्रत्यय भी लगता है-जलसा, बलसा] च० बुद्धाय, बुद्धस्स
बुद्धानं पं० बुद्धा, बुद्धस्मा, बुद्धम्हा बुद्धेहि, बुद्धेभि ष० बुद्धस्स
बुद्धानं स० बुद्धे, बुद्धस्सि, बुद्धम्हि बुद्धेसु सं० बुद्ध !, बुद्धा!
बुद्धा-दे०पा०प्र०पृ०,८५,८६ । १. हे० प्रा० व्या० ८।३।२१ तथा ८।४।२८७, ८।३।४।
Jain Education International
For Private & Personal Use Only
www.jainelibrary.org