________________
Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra
www.kobatirth.org
Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir
पतिक का तक्षशिला ताम्रपत्र
3.
गृहस्तूप में (स्तूप-घर में) (भगवान् बुद्ध के) देहावशेष की प्रतिष्ठा
करवाती है। ___ अपने भाई गृहपति नन्दिवर्धन के साथ, अपने पुत्रं शम तथा सजित के साथ,
पुत्री धर्मा के साथ, लज्जा एवं इन्द्रा बहुओं के साथ, सर्वास्तिवादी आचार्य जीवनन्दी तथा शमपुत्र के साथ परिग्रह में, राष्ट्र-निगम (जनपद तथा नगर) की पूजा करके, साऐ प्राणियों की पूजा के लिये (इन प्रतिष्ठा से) निर्वाण-लाभ हो।
For Private And Personal Use Only