Book Title: Prachin Bharatiya Abhilekh
Author(s): Bhagwatilal Rajpurohit
Publisher: Shivalik Prakashan
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शब्दानुक्रमणिका
पित्रार्य, 83
पीठापुरम, 90, 315
पीठी, 315
पीरू,
1
पुण्ड्रवर्धन, 90, 240
पुण्यराज, 5
पुण्यवर्मा, 225
पुर्तगाली, 58 पुलकेशी, 176, 177, 178
पुलकेशी (द्वितीय), 175
पुलकेशी (प्रथम), 174
पुलिंदों, 16
पुष्कर, 76
पुष्यगुप्त, 65
पुष्यमित्र, 46
पूर्वी, 91
पूकीय वंश, 80
पूर्णना, 94
पूर्णेन्द्रसेन, 200
पूर्वी बिहार, 38
पेरिस, 3
पेल्लापेल्ली, 183
पैप्पलादि, 83
पैष्टपुर, 90
qust, 281
पौषपुरिक, 56
फल्गुदेव, 46 फ्लीट, 6 फिन्नी लिपि, 1
फीनिशियन, 1
बृहद् विंगक,
213
फ
ब
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बङ्गीय, 168
बङ्गदेश, 317
बडनगर, 92
धुमती, 199
बन्धुवर्मा, 130
बरार, 71
बरेली, 90, 168
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बल, 52
बलवर्मा, 90
बलिप्रबन्ध, 249
बृहस्पति, 309
बृहस्पतिमित्र, 38
बर्मा, 8
ब्रह्मागिरि,
7
बाउक, 182, 184, 185
बाघ, 9
बालचन्द्र, 168
बालादित्य, 199, 201, 251 बाहलिक, 49, 97
ब्राह्मदेव, 242
ब्राह्मी, 2, 3, 4, 8
बिन्दुसरोवर, 140
बिल्व, 241 बिल्वङ्गअर्धस्रोतिका, 241
बिलवणक, 105
बीजपूरक, 240
बुज्जुकावसथ, 141
बुद्ध, 10
बुधगुप्त, 133 बुद्धमित्रा, 52
बुद्धार्य, 83
बुलन्दशहर, 90 बूलर, 6, 40
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