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तत्त्व विभाग अनुक्रमणिका
३-पुण्य-तत्त्व
८-बन्ध-तत्त्व ४-पाप-तत्त्व
द्रव्यकर्म और भावकम पुण्य-पाप तथा धर्म-अधर्म कर्मवाद का सिद्धान्त, पुण्य के प्रकार और फल ईश्वरवाद की समीक्षा,
पाप के प्रकार और फल कर्मवन्ध के प्रकार, ५-आसव--तत्त्व
कर्मों के लक्षण, प्रकार व आरव के कारण ( २५ स्थिति, आठ कर्मों की कियाएं )
प्रकृतियाँ। ६-मंवर तत्त्व
९-मोक्ष-तत्त्व २२ परीपह, १२ भावना | सिद्धति आदि
• मोक्ष-प्राप्ति की पालना ७-निर्जरा-तत्व
ता का विवेचन