________________ - 1 - - - पालो परीक्षार्थियों से-- र शरीर के लिए खुराक जितनी आवश्यक वस्तु है, आत्मा रे॥ लिए धार्मिक (आध्यात्मिक) शिक्षण उतना ही जरूरी है। कोमिक शिक्षा को व्यवस्थित रूप देने के लिए और शिक्षण / स्थाओ में सफलता लाने के लिए ही श्री तिलोक रत्न स्थानके वासी जैन धार्मिक परीक्षा बोर्ड, पाथर्डी की स्थापना हुई है। / स्थाएं परीक्षा बोर्ड में अधिकाधिक संख्या में छात्रो को सम्मि" त करा रही हैं और छात्र भी इस दिशा में विशेष उत्साह / खा रहे हैं, यह समाधान का विषय है। परीक्षार्थियो की // विधा के लिए वोर्ड ने पुस्तक प्रकाशन विभाग स्थापित किया / विद्याथियो को इस विभाग द्वारा प्रकाशित पुस्तको का ग्य लाभ उठाना चाहिए। मन्त्री--पुस्तक प्रकाशन विभाग घो ति. र. स्था. जैन धार्मिक परीक्षा बोर्ड, पाथर्डी (अहमदनगर) 'सुधर्मा मासिक पत्रिका' परीक्षार्थियों के ज्ञान-विकास हेतु इस पत्रिका का प्रका-- शन परीक्षा बोर्ड द्वारा प्रारम्भ किया गया है / विद्यार्थियों के लिए चार्पिक शुल्क केवल 5 रु. निर्धारित है। सुधर्मा कार्यालय Po पाथर्डी ( अह म द न ग र ) - - - - - -